The Kerala Story’s Matter
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर छा रही है “द केरला स्टोरी” अब एक विवाद का मुद्दा बन गया है सेंसर बोर्ड से A Certificate प्राप्त करने के बाद यह मूवी 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए रिलीज कर दी गई है, रिलीज के बाद से ही इस ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा खासा मुनाफा भी कमाया है. कहानी में मुख्य किरदार निभाया है ‘अदा शर्मा’ ने जिसका नाम शालिनी उन्नीकृष्णन था उसका धर्म परिवर्तन कर उसका नाम फातिमा रख दिया जाता है.

इस फिल्म में विवाद पिछले साल से ही शुरू हो गया था जब इसका टीजर रिलीज हुआ था पर मामला हाई कोर्ट में जा चुका था और प्रोड्यूसर द्वारा इसके टीचर को सोशल मीडिया से डिलीट कर दिया गया,
द केरला स्टोरी में 4 लड़कियों की कहानी बताई जाती हैं जो अपनी स्टडी करने के लिए कॉलेज में जाती है जहां पर उनका किस तरीके से ब्रेनवाश किया जाता है. जहां उन्हें हिंदू धर्म की कमियां और मुस्लिम धर्म के फायदो के बारे में बताया जाता है. ऐसे धीरे-धीरे वह मुस्लिम धर्म की ओर आकर्षित होती हैं और एक मुस्लिम लड़के से शादी कर लेती है. जहां से उनकी जिंदगी पूरी तरीके से बदल जाती है और उन्हें आतंकवादियों के हवाले कर दिया जाता है.
इसके विवाद का प्रमुख कारण आप इसके ट्रेलर को देखकर ही अंदाजा लगा सकते हैं इस फिल्म में केरला में लड़कियों के साथ हुए अत्याचार के बारे में दर्शाया गया है कि किस तरीके से उन्हें मुस्लिम आतंकवादियों के द्वारा अपने प्यार के जाल में फंसा कर उनका धर्म परिवर्तन कर दिया जाता है, और फिर उन्हें ISIS के हवाले कर दिया जाता है जहां उनको नरक से भी बदतर जिंदगी में रखा जाता है.
यह फिल्म पूरी तरीके से सत्यता पर आधारित पिछले कुछ दशकों से इस तरह की घटनाएं केरला में घटित होती रही है लेकिन इस पर किसी का भी ध्यान नहीं गया यह फिल्म हमें उन मुद्दों पर भी सोचने पर मजबूर करती है जिनके बारे में हमने कभी सुना ही नहीं, हम अक्सर ‘लव जिहाद’ के बारे में सुनते आ रहे हैं कि किस तरह मुस्लिम लड़कों के द्वारा हिंदू लड़कियों को शिकार बनाया जा रहा है और उनका शोषण किया जा रहा है. लड़कियों से अपनी जरूरतें पूरी करने के बाद या तो उनकी हत्या कर दी जाती है या फिर उन्हें आतंकवादी संगठन ISIS के हवाले कर दिया जाता है. जहां पर लड़कियों को अपनी हवस मिटाने के लिए या फिर मानव बम के काम में लिया जाता है.
क्या है विवाद का मुद्दा
फिल्म में दिखाए गए सभी दृश्य हिंदू-मुस्लिम को डायरेक्ट टारगेट करते हैं और विवाद का मुद्दा भी यही है इसीलिए कुछ इस्लामिक संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. लेकिन वह कहते हैं ना कि सत्य को कभी छुपाया नहीं जा सकता सकते एक दिन अपने आप ही उजागर होता है और ऐसा ही आपको इस फिल्म में देखने को मिलने वाला है.
फिल्में दिखाए गई सभी मुसलमानों को आप आतंकवादी के किरदार में देख सकते हैं यहां पर कुछ भी मुसलमान का Good Character नहीं दिखाया गया है, और विवाद का मुद्दा यह है कि सभी मुसलमान आतंकवादी नहीं होते हैं, कुछ मुसलमान होते हैं जो कि हिंदुओं को अपना भाई मानते हैं और एकता में ही विश्वास रखते हैं. लेकिन इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता है कि आज तक जितनी भी आतंकवादी गतिविधियां हुई है उसमें अधिकांश आतंकवादी मुसलमान ही थे.
मेरे ख्याल से इस फिल्म को हर घर में देखा जाना चाहिए खास करके उन लड़कियों को देखा ना चाहिए जो कि इस तरीके की रिलेशनशिप में है, इस फिल्म के जरिए उन्हें अपने फ्यूचर का आईना साफ नजर आ जाएगा.
अगर इस आर्टिकल में दी गई जानकारी से आपको कोई आपत्ति है तो हम आपसे माफी चाहते हैं लेकिन आर्टिकल में दिखाई गई सभी जानकारी दें केरला स्टोरी के आधार पर ही पब्लिश की गई है हमने इतने अलग से कोई भी सुझाव नहीं दिया है. अपने सुझाव आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें। साथ ही इस फिल्म के बारे में अपनी राय भी हमें जरूर लिखें धन्यवाद.